शनिवार, 17 दिसंबर अरब क्रानित की पहली वर्षगांठ का दिन था। एक साल पूर्व इसी दिन, एक युवा टयूनीषियार्इ विक्रेता मोहम्मद बोआजिजि ने अपनी तंगहाली, गरीबीतथा क्षेश्म के चलते सिदि बोउजिद नाम शहर में आग लगा ली। उसकी मौत के बाद, सबसे पहले दक्षिणी टयूनिशिया, फिर पूरे देश ओर उसके बाद सीमाओं को लांघ कर सम्ूर्ण अरब जगत में उठ खड़े होने वाले क्रानितकारी अंगार को मानव इतिहास के लिए एक टर्निग प्वाइंट के रूप में चिनिहत किया जाएगा।